Top 10 Worst Pandemic in The history of Mankind In Hindi | Before Corona A look At Pandemic Outbreaks In History

   Top 10 Worst Pandemic in The history of Mankind:-

    स वक्त पूरी दुनिया एक भारी मुसीबत का सामना कर रही है और हम सब इससे पूरी तरह से घिर चुके हैं जी हां आप सही सोच रहे हैं मैं कोरोनावायरस महामारी के बारे में बात कर रहा हूं लेकिन क्या यह दुनिया के लिए पहली महामारी है, तो ऐसा नहीं है दोस्तों अगर हम इतिहास उठाकर देखें तो पता चलता है कि कोरोना वायरस से भी भीषण महामारिया लोगो ने झेल रखी और यह इतनी भयानक रही हैं कि इन में मरने वाले लोगों की संख्या को भी नहीं गिना जा सका है | 

दोस्तों मैं आपको बता दूं कि जब भी कोई बीमारी एक बहुत बड़े एरिया में फैल जाती है तो उसे महामारी कहा जाता है, और आज के इस पोस्ट में हम ऐसे ही 10 महामारियो को देखेंगे जिनकी वजह से मानव जाति की बहुत बड़ी तबाही हुई है | 

Pandemic in history


 1. Yellow Fever (येलो फीवर )-

    यह बीमारी आज के समय में बहुत ही कम है लेकिन सन 1600 से लेकर सन 1900 तक यह दुनिया की सबसे डरावनी बीमारी हुआ करती थी | यह बीमारी भी वायरस की वजह से होती है और मच्छरों के काटने से फैलती है  इस बीमारी में तेज सर दर्द, बुखार और मसल्स में बहुत ही ज्यादा पेन होता है और इसे सह पाना मरीज के लिए भारी पड़ जाता है |  Jaundice ( पीलिया ) भी इसी बीमारी का एक लक्षण है जिससे शरीर पीला पड़ जाता है और इसलिए इस बीमारी का नाम "येलो फीवर" ( Yellow Fever ) है | इस बीमारी से 8 से 10 दिन के अंदर ही मृत्यु हो जाती है | 1694 से 1855 तक यह बीमारी यूएसए   ( U.S.A) के बोस्टन, फिलाडेल्फिया, और नोरफ़ॉल्क क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और बहुत से लोगों की जान ले ली | इसके बाद 1878 में एक बार फिर इस बीमारी ने 1,20,000 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया और इसमें से फिर से 20,000 लोग मारे गए थे | तभी वैज्ञानिकों ने इस बीमारी का एक वैक्सीन खोज लिया | लेकिन आज भी अफ्रीका के कुछ देशों में इसका थोड़ा - बहुत अटैक होता रहता है | 

 2. Japanese Small Pox ( जापानी स्मॉल पॉक्स )

  " जापानी स्मॉल पॉक्स" यानी चेचक, इस बीमारी का कारण है "वेरी ओला" नाम का वायरस | इस बीमारी में बुखार और उल्टी के साथ-साथ पूरे शरीर में लाल चकत्ते पड़ जाते हैं | साथ ही इसमें जीभ और गले में भयंकर छाले भी पड़ जाते हैं | इस बीमारी का मृत्यु दर लगभग तीस परसेंट था यानी 100 मरीजों में से 30 लोग मर जाते थे | सन-735 में इस बीमारी ने जापान के कायुशा क्षेत्र में भयानक रूप ले लिया और 2 वर्षो के अंदर ही 1000000 लोगों की मृत्यु हो गई | इस बीमारी का जापानी लोगों के दिमाग पर एक गहरा असर पड़ा और आज भी वह लोग इस बीमारी को भगवान का श्राप मानते हैं | 

3. Hong Kong Flu ( हांगकांग फ्लू )

  " हांगकांग फ्लू "  हांगकांग फ्लू बीमारी H3N2 वायरस से होती है यह रोग भी एक तरह का इन्फ्लूएंजा ही है जिससे खांसी जुखाम और हल्के बुखार आ जाते हैं, लेकिन सन 1968 से सन 1970 तक इसकी वजह से हांगकांग में लगभग 40 lakh  लोग मारे गए | बाद मे वैज्ञानिकों ने पाया कि दरअसल H3N2 वायरस पहले तो एक सामान्य वायरस था लेकिन बाद में उसने अपनी जीन्स में बदलाव लाकर लोगों पर अटैक किया | विज्ञान की भाषा में इस तरह के बदलाव को म्यूटेशन कहते हैं | 

4. Antonie Plague ( एंटोनिन प्लेग )

प्लेग संसार की सबसे पुरानी महामारीओं में से एक है और इसे "ब्लैक डेथ"( Black Death ) के नाम से भी जाना जाता है | यह बीमारी चूहों के द्वारा फैलाई जाती है इस बीमारी में तेजी से बढ़ने वाला बुखार होता है | बाद में यहां सूजन गांठ का रूप ले लेती है फिर इन गांठो से खून निकलने लगता है और बाद में यह काली पड़ जाती है |

 पहली शताब्दी के रोमन साम्राज्य में भी इस बीमारी का आक्रमण हुआ था और माना जाता है कि यह रोग रोमन साम्राज्य के पतन का एक कारण था | इस बीमारी से रोमन साम्राज्य के दो राजा मारे गए थे और साथ ही इसने प्रजा के लगभग 10% आबादी को निगल लिया था | 

5. Third Plague ( थर्ड प्लेग )

 थर्ड प्लेग का यह अटैक सन 1855 से लेकर सन 1959 तक यानी कुल 104 वर्षों तक था और ऐसा पहली बार हुआ की प्लेग ने इस बार सभी कॉन्टिनेंट्स को अटैक किया था | पूरे विश्व में अलग-अलग जगहों पर इसने बहुत नुकसान किया जैसे सन 1894 में हांगकांग, सन 1896 में मुंबई, सन 1900 में ऑस्ट्रेलिया के शहर सिडनी और सन 1924 में अमेरिकी शहर लॉस एंजिलिस में | 

सबसे डराने वाली बात यह है इस दौरान इस बीमारी से करीब एक करोड़ 20 लाख लोगों की मृत्यु हो गई थी | जिस तरह आज हम कोरोनावायरस ( Coronavirus) की रोकथाम के लिए कंटेनमेंट जोन बना रहे हैं कुछ ऐसा ही उस समय प्लेग को रोकने के लिए भी किया गया था लेकिन इससे ज्यादा सफलता नहीं मिल पाई थी | 

6. HIV AIDS ( एचआईवी ऐड्स )

 एचआईवी ऐड्स के बारे में काफी लोगों ने सुना होगा | यह एक सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (Saxually transmitted diseases ) यानी कि यौन संचारित रोग है मतलब एक ऐसा रोग जो सेक्सुअल कांटेक्ट की वजह से फैलता है | सन 1981 में सबसे पहले इस रोग का पता अमेरिका में चला | यह HIV यानी की इम्यूनो डिफिशिएंसी वायरस ( Immunodeficiency virus ) से होता है |  सेक्सुअल कॉन्टैक्ट के अलावा यह रोग संक्रमित खून के संपर्क में आने से भी फैलता है इस बीमारी से मरीज का शरीर इतना कमजोर हो जाता है कि उसे कोई भी और वायरस या बैक्टीरिया आसानी से अटैक कर दे तो शरीर उसे झेल नहीं पाता और अंत में यह रोग मरीज की मौत का कारण बन जाता है | सन 1981 में शुरू हुई है यह महामारी आज भी जारी है और आज के समय में लगभग चार करोड़ लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं | अगर बात करें शुरुआत से लेकर अभी तक, तो ढाई करोड़ लोगो को इस बीमारी ने मौत की नींद सुलाया है क्योंकि आज भी इसका कोई इलाज नहीं निकल पाया है इसलिए इससे बचाव करना ही एकमात्र रास्ता है | 

7. Plague Of Justinian (प्लेग ऑफ जस्टिनियन)

 "प्लेग ऑफ जस्टिनियन" ( Plague Of Justinian ) , बहुत से लोग प्लेग को अभी तक की सबसे ज्यादा भयानक बीमारी मानते हैं | यह महामारी संन 541 से लेकर 542 तक बाइजेंटाइन अंपायर ( Byzantine Empire ) में आई थी | इतिहास के आंकड़े कहते हैं कि इससे करीब 4 करोड़ों का अंत हो गया था और यह आंकड़ा उस समय की कुल जनसंख्या 10 % था | 

8. Spanish Flu ( स्पेनिश फ्लू )

पहला विश्व युद्ध के खत्म होने के बाद 1918 में इस बीमारी ने जन्म लिया और युद्ध के नुकसान से ऊभर रही जनता के ऊपर परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा | ऐसा माना जाता है कि यह बीमारी युद्ध से लौटे हुए सैनिकों से शुरू हुई थी | यह भी एक तरह का इन्फ्लूएंजा ही था जिसने बच्चों जवानों और बूढ़ो को बराबरी से प्रभावित किया | बहुत ही कम समय में इस बीमारी ने पूरी दुनिया को अपने आगोश में ले लिया और जाते - जाते हैं यह लगभग 5 करोड लोगों को खा गई |

9. Small pox ( स्मॉल पॉक्स )

सातवीं शताब्दी में जापान में फैलने के बाद इस बीमारी ने 1520 में एक बार फिर अपना केहर ढाया और इस बार इसने मेक्सिको में भारी तबाही मचा दिया | कहा जाता हैं की उस समय के साम्राज्य का प्रत्येक व्यक्ति इसी बीमारी से मरा था | जब तक इस बीमारी का वैक्सीन नहीं बना था तब तक इसकी वजह से 18 वीं शताब्दी में यूरोप में हर साल लगभग 400000 लोग मारे जाते थे | 

10.Bubonic Plague-1347 ( बुबोनिक प्लेग)

  इस बार प्लेग का प्रकोप ऐसा था कि कहा जाता है कि जो इसकी वजह से जल्दी मर गए वह बहुत ही भाग्यशाली थे और जो बच गए उन्होंने अपने आसपास नरक को बनते देखा है | लोगों के सड़े हुए शरीर आखिर कौन ही देखना चाहेगा | इस बार प्लेग ने यूरोप के लगभग एक तिहाई जनता का खात्मा कर दिया था, वहीं कुछ लोग तो इस आंकड़े को और भी ज्यादा बताते हैं | यह महामारी 4 वर्षों तक रही | इस बीमारी की वजह से केवल लंदन शहर में 100000 लोग मारे गए थे | 

इस समय की कोरोनावायरस से मरने वाले लोगों की संख्या भी लाखो में हो चुकी है जिसने पूरी दुनिया पर मानो ब्रेक लगा दिया है इसलिए मैं यही कहूंगा कि सावधान रहें, हाथ धोते रहें, मास्क का प्रयोग करें, और भीड़ - भाड़ में जाने से बचे | बाकी दोस्तों आज के लिए बस इतना ही, उम्मीद है आपको यह पोस्ट काफी पसंद आया होगा और ऐसे ही इंटरेस्टिंग पोस्ट को पढ़ने के लिए हमारे पेज को रोजाना विजिट करे और शेयर करना बिल्कुल ना भूलें | 

आपका बहुमूल्य समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद |

Note : This Post is based on my internet research, it may not be accurate. 

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